shivpuri news : सेनेटरी पैड काण्डः लखपति वनने की चाह में लिंक लीडरों ने अदा की मुख्य भूमिका

 


शिवपुरी ब्यूरो-

जिले की लगभग 1800 महिलाओं के साथ ठगी की बारदात को अंजाम देने के बाद फरार सेनेटरी पैड पैकिंग कम्पनी सीएसव्ही ब्राण्ड के मालिक चन्द्रशेखर वर्मा व अखिलेश राजपूत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है जिसके बाद पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुऐ इनके आॅफिस में काम करने बाले तथा इस ठगी की बारदात में सहियोगी की भूमिका अदा करने बाले कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है लेकिन उक्त कम्पनी का मालिक चन्द्रशेखर वर्मा व उसकी साथी अखिलेश राजपूत अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर बताई जा रही है। यह मामला इन दिनों शहर मं काफी चर्चित है जिसकी जानकारी शहर के बच्चे-बच्चे को है। लेकिन यहां गौर करने योग्य पहलू यह है कि आखिर दो बाहरी व्यक्ति एकाएक शहर में आकर महज 7 महीने की अल्प अवधि में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ने में कैसे सफल हो गये। हालांकि यह कम्पनी चैन सिस्टम के माध्यम से लोगों को जोड़ती थी तो जाहिर है कि एक महिला जुड़ी और उसने अपने कुछ लोगों को जोड़ा फिर उन लोगों ने अन्य लोगों को जोड़ा और संख्या एक से 100 और हजारों में पहुंच गई। परन्तु इस बीच भी विस्वास की एक अहम लकीर दिखाई देती है जिसके भरोसे पर महिलाओं ने अपनी खून-पसीने की गाढ़ी कमाई इस कम्पनी को दे दी। 

इस विषय की पड़ताल करने पर सामने आई जानकारी के मुताविक उक्त कम्पनी को शिवपुरी में स्थापित करने में शहर की ही महिलाओं ने मुख्य भूमिका अदा की है। क्योंकि कम्पनी की पाॅलिसी के अनुसार 30 हजार रूपये देकर इससे जुड़ने बाली महिला को 6हजार रूपये महीना सहित 2हजार रूपये बोनस दिया जाता था यानी कि कुल मिलाकर 8 हजार रूपये प्रति माह दिया जाता था इसके अलावा 56 हजार से जुड़ने वाली महिला को 14 हजार रूपये तथा 1.6 लाख से जुड़ने पर 34 हजार रूपये प्रति माह दिया था इसके अलावा इसकी पाॅलिसी में यह भी शामिल था कि 72 लोगों को जोड़ने बाली महिला को यह कम्पनी अपने आॅफिस में नौकरी देती थी जिन्हें लिंक लीडर कहा जाता है जिसका वेतन प्रति माह 14 हजार रूपये होता था और इसके बाद फील्ड में रहकर अन्य महिलाओं को जोड़ने पर 1500 रूपये प्रति महिला के हिसाव से भी दिया जाता था। यहां मुख्य बात जो निकलकर आई वह यह थी कि जो महिलाऐं यहां लिंक लीडर बन कर काम रहीं थी वे इस कम्पनी से लगभग 1 लाख रूपये महीना तक कमा रहीं थीं। और इसी लालच में उन्होंने अन्य सैंकड़ों महिलाओं को इससे जोड़ दिया था । इस प्रकार वेहद ही शामिराना ठंग से योजनावद्ध प्रक्रिया के तहत इस ठगी की बारदात को अंजाम देने के बाद कम्पनी फरार हो गई और इससे जुड़ी लगभग 1800 महिलाओं की गाढ़ी कमाई फिलहाल डूब गई ।

शहर में तीन महिलाओं सहित अंचल में भी सक्रिय थे लिंक लीडर-

उक्त बारदात में जहां मुख्य रूप से शहर की जिन तीन महिलाओं हैमलता राठौर, रानी गोस्वामी और ज्योति जैन का जिक्र बार-बार  सामने आ रहा है वे इस ठगी की मैन कड़ी हैं जिन्होंने रातों-रात लखपति बनने की ख्वाइश में शहर सहित अंचल की हजारों महिलाओं को जोड़कर ठगी की इस बारदात में मुख्य भूमिका अदा की है। इसके अलावा अंचल में अन्य कई और ऐसे लोग भी इस बारदात के मुख्य सूत्रधार हैं जिन्होंने एक महिला को जोड़ने के एवज में 1500 रूपये के लालच में कई महिलाओं को इससे जोड़ दिया।

इन्हें भी बनाया जाये सह आरोपी- 

उक्त मामले की पड़ताल में जो घटनाक्रम सामने आया है उस आधार पर पुलिस को उक्त मामले की बारीकी से जांच कर पीड़ित महिलाओं के वयानों के आधार पर उक्त लिंक लीडरों को भी सह आरोपी बनाना चाहिऐ। जिन्होंने विना सोचे समझे अपने स्वार्थ के लिये कई महिलाओं को इससे जोड़ दिया और देखते ही देखते पीड़िताओं की सख्या लगभग 1800 के करीव पहुंच गई।

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