अंचल के ग्राम अटरूनी के ग्रामीणों ने रशद माफिया के आंख मिचौली के खेल का पर्दाफास जब कर दिया तब ग्रामीणों के लिये शासन द्वारा दिये गये पीडीएस राशन को सैल्समेन द्वारा बाजार में बेचा जा रहा था जब इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने उक्त राशन को बाजार में विक्रय हेतु परिवहन कर लुकवासा ला रहे ट्रेक्टर-ट्राली का पीछा किया और रंगे हाथ पकड़ लिया, ग्रामीणों द्वारा मामले की सूचना लुकवासा पुलिस को दी गई लेकिन ग्रामीणों के मुताविक पुलिस ने भी काफी हीलाहवाली के बाद मौके पर पहुंचकर उक्त ट्रेक्टर- ट्राली को जप्ती में लिया और खादय विभाग को कार्यवाही के लिये प्रतिवेदन देने की बात कही। अब गेंद प्रशासन के पाले में जा चुकी है। यहां गौरतलब होगा कि उक्त मामला दिनांक 14 सितम्वर की दरमियानी रात का है लेकिन इस सब के बीच फूड अधिकारी की अनुपस्थित के चलते मामला यहीं तक सिमटा रहा। चूंकि विगत दिनांक 17 सिंतम्वर को हमारे संवाददाता द्वारा उक्त मामले में कार्यवाही को लेकर जब फूड अधिकारी से सम्पर्क किया गया तब उन्होंने जांच कर प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकरी को सौपने की बात कही है अब देखना यह है ग्रामीणों की जागरूकता के चलते रंगे हाथ पकड़े गये रशद माफिया, और कांच की तरह साफ इस पूरे मामले को लेकर फूड अधिकरी की जांच क्या कहती है।
एक दिन पूर्व ही दिया था अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन-
अटरूनी पीडीएस दुकान पर राशन न मिलने को लेकर ग्रामीणों द्वारा
विगत दिनांक 13 सितम्वर को अनिुविभागीय अधिकारी कोलारस को ज्ञापन सौंपा था जिसमें
शासन द्वारा भेजा जाने बाला कोरोना राहत का फ्री राशन सैल्समैन द्वारा वितरण नहीं
किये जाने तथा नियमित राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत की गई थी उक्त मामले में अनुविभागीय
अधिकारी कुछ कार्यवाही करते इससे पहले ही आगामी दिवस 14-15 सितम्वर की दरमियानी रात
ग्रामीणों ने उक्त राशन को बाजार में बिकते हुऐ रंगे हाथ पकड़ लिया और प्रशासन को
सूचना दी। जिसके बाद उक्त मामला पूरी तरह साफ हो गया है कि किस प्रकार सैल्समैन द्वारा
शासन की महती योजना और गरीबों के हक पर सरेआम डांका डाला जा रहा है।
पूर्व में भी बिकता रहा है राशन-
जानकारी के मुताबिक इससे पहले भी अटरूनी पीडीएस दुकान पर ग्रामीणों
के हक का राशन सैल्समैन द्वारा कई बार बाजार में बेचा गया है जिसकी जांच भी बारीकी
से किया जाकर उक्त सैल्समैन के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किया जाना चाहिऐ।