पोहरी संबाददाता-
बीते दिनों प्रदेश
में अतिबृष्टि के बाद बने बाढ के हालातों के बाद अस्त-ब्यस्त हुऐ जन जीवन को
पटरी पर लाने के लिये प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में बीते
दिनों स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने शिवपुरी दौरे के द्वारान
बाढ पीडितों
को हर संभव मदद मुहैया कराने की बात कहते हुऐ प्रशासनिक अधिेकारी- कर्मचारीयों को भी
किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने की हिदायत दी है। और यही नहीं बल्कि इससे पूर्व
भी सीएम मंचों से कई बार प्रशासनिक खैमे को चेतावनी देते रहे हैं। लेकिन सीएम की
इस चेतावनी का कितना असर कर्मचारीयों पर होता है इसका उदाहरण आज आपको इस मामले से
देखने को मिल जायेगा।
मामला शिवपुरी जिले की पोहरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत
मैहलोनी का है जहां सरकार द्वारा बाढ पीडितों को मुहैया कराया गया 50 किलो गेंहु
भी सचिव और पटवारी की लापरवाही के चलते आधा रह गया । जबकि प्रदेश सरकार द्वारा सभी
बाढ पीडितों को 50 किलो का कट्टा भेजा गया है लेकिन उक्त ग्राम पंचायत में सचिव
और पटवारी द्वारा खुले हुऐ कट्टे वितरित किये गये जिनमें केबल 25 से 30 किलो ही
बजन था । और फिर हद तो तब हो गई जब पीडितों ने इसका विरोध कर इस गेंहु को लेने से
इनकार कर दिया तो सचिव और पटवारी द्वारा पीडितों को यह कह कर हड़का दिया कि इतना
ही मिलेगा जो तुम्हे करना है करलो।
इसके बाद जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो सचिव और पटवारी द्वारा अगलेही दिन आनन
फानन में कुछ लोगों को पूरे कट्टे उपलब्ध करा दिये।
10 किलो मीटर दूर से लाना पड़ रहा है राशन-
ग्रामीणों के मुताबिक उक्त घटनाक्रम से चिढ़े सचिव और पटवारी द्वारा अब ग्राम
से लगभग 10 किलो मीटर की दूरी पर राहत राशन वितरण किया जा रहा है जिसे लेने के
लिये 10 किलो मीटर का सफर तय करना होगा। जब ग्रामीणों द्वारा सचिव से इस विषय में
बात की गई तो सचिव द्वारा कहा गया कि बहीं बटेगा जिसे लाना हो ले आना।
उक्त पूरे मामले पर गौर करने के उपरान्त यह स्पष्ठ हो जाता है कि नौकरशाही
कितनी हावी है जो सीएम की सभी नसीहत और निर्देशों को भी हवा में उड़ाने से नहीं
चूक रही है।
नौकरशाही के इस रवैये से सरकार की ही नहीं अपितु प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह
चौहान की छवि को तो बट्टा लग ही रहा है साथ ही विपक्ष को भी मौका मिल रहा है और इस
सबके अलावा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर भी इसका खासा प्रभाव देखने को मिल
रहा है। प्रदेश सरकार को उक्त मामले की निष्पक्ष करा कर दोषियों के खिलाफ सख्त
कार्यवाही कर नजीर पेश करना चाहिऐ।
कट्टों की सिलाई निकल जाने के कारण कट्टे आधे रह गये जो कि गोदाम से ऐसे ही
आये थे जिन्हें लेवर रात में यहां डाल गई।
उदय सिंह यादव (सचिव ग्राम पंचायत मेहलोनी)
उक्त मामले पर प्रतिक्रिया लेने के लिये सीईओ जनपद पंचायत पोहरी से सम्पर्क
किया गया परन्तु किसी मीटिंग में होने के चलते सीईओ की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।