दबंग रिपोर्ट पोहरी- कुलदीप बैरागी
सीएम के सख्त तेवर और तमाम निर्देशों के बाद भी मध्य प्रदेश में भृष्टाचार के मामलों में कोई गिरावट देखने को नहीं मिल रही है जिसका सीधा कारण प्रशासनिक सहमति देखा जा रहा है क्योंकि जब भृष्टाचार का कोई मामला सामने आता है तो संबंधित विभाग के आला अधिकारी उस पर कार्यवाही करने की बजाऐ आरोपी को बचाने का प्रयास करते नजर आते हैं। जिसका ही परिणाम है कि भृष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं और वे अब वेखौफ होकर सरकारी खजाने पर तो डांका रहे हैं।
इन दिनों शिवपुरी जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर सर्वाधिक फर्जीवाड़ा देखा जा
रहा है जहां ग्राम विकास तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को जमकर पलीता लगाया जा
रहा है। विकास कार्यों के धरातल पर आने से पूर्व ही फर्जी फर्मों के नाम पर मटेरियल
के बिल लगाकर सरपंच सचिव द्वारा राशि का अहरण कर लिया जाता है तथा वर्षों बाद भी मौके
पर कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है इसके अलावा जो कार्य कराये जा रहे हैं उनमें गुणवत्ता
को दरकिनार कर घटिया सामग्री का उपयोग कर औपचारिकता पूर्ण की जा रही है जिस संबंध में
आये दिन ग्रामीणों द्वारा संबंधित अधिकारीयों को शिकायतें की जा रही हैं लेकिन अभी
तक ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया जहां फर्जीवाड़े के मामले में विभाग द्वारा कोई
ठोस कार्यवाही की गई हो।
विगत दिनों जिले की कोलारस जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत रिजौदा में जहां सरपंच
सचिव द्वारा किये गये फर्जीवाड़े के मामले में ग्रामीणों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी
कोलारस सहित जनपद पंचायत सीईओ को ज्ञापन के माध्यम से अबगत कराया गया था जिसके बाद
हर बार की तरह जांच कराये जाने का आश्वासन देकर अधिकरीयों द्वारा ग्रामीणों को चलता
कर दिया गया।
ठीक वैसा ही मामला आज पोहरी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत डिगडोली से सामने आया
है जहां सरपंच सचिव द्वारा मौके पर विना कोई कार्य किये सरकारी राशि का आहरण कर लिया
है इसके अलावा ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत में रपटा निमार्ण में भी
जमकर धांधली की गई है। कुलमिलाकर सरपंच सचिव द्वारा सरकारी बजट को ठिकाने लगा ग्राम
वासियों को मूलभूत सुविधाओं से वंछित किया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों द्वारा कोई
ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है।
पहला प्रकरण कुछ इस प्रकार है कि ग्राम पंचायत डिगडोली में 14/04/2018 में 2 लाख 35 हजार रुपये की सीसी रोड़ हैंडपम से काशीराम के घर तक मंजूर हुई जिसके बिल क्रमशः 2 लाख 22 हजार रुपये सरपंच और सचिव के द्वारा निकाल लिए गए और मौके पर सीसी रोड़ के नाम पर कुछ भी नही बनाया गया ग्राम वासियों के अनुसार हैंडपम से काशीराम के घर तक कोई रोड़ आजतक डाली ही नही गयी है
वही दूसरी ओर पंचायत डिगडोली में 14/04/2018 में 61 हजार 200 में मक्खे के घर से भैरो बाबा के चबूतरे तक स्वीकृति की गई पर पर वर्ष 19/01/2019 को भी इसकी राशि 67500 जय माँ बिल्डिंग मटेरियल के नाम पर निकाल ली गयी इसके बावजूद भी आजतक वहाँ सीसी रोड़ नही बनाई गई है
वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 5 लाख कीमत से बनाई गई रपटा ( पुलिया ) निर्माण में भी धांधली नजर आयी जहाँ पर रपटे निर्माण में मिट्टी से भराव कर ऊपर से सीसी रोड़ डाल दी गयी जिसमे रपटा ऊपर से उखड़ता हुआ नजर आ रहा है और रपटे निर्माण में लगे पत्थर भी उखाड़ना शुरू हो गया है जबकि ग्राम पंचायत द्वारा यह रपटा महीना भर पहले ही निर्माण कराया गया है वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच और सचिव अपनी मनमानी करते है जब यह निर्माण कार्य कराया जा रहा था तब सरपंच सचिव से इसकी शिकायत भी गयी थी पर दंबगई बताते हुए घटिया निर्माण कर दिया गया है और अब सरपंच सचिव ने सीसी रोड़ की राशि भी निकाल कर हजम कर ली है
जब इस बारे में ग्राम पंचायत सचिव लाल सिंह सोलंकी से फ़ोन पर सम्पर्क किया गया तो उल्टा उन्होंने संवाददाता से ही सवाल करना शुरू कर दिया कि आपको एक डिगडोली पंचायत में ही सीसी रोड़ निर्माण नही हुआ है और मेने पैसा निकाल लिया है में अपने हिसाब से बनवा दूंगा जब रपटे निर्माण में हुए घटिया निर्माण के बारे में पूछा तो इंजीनियर से बात करने की कहा कि इंजीनियर से पूछो रपटा कैसे बनता है वही आपको बताएंगे