मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 18 दिसंबर को राज्य में हो रहे चार स्तरीय किसान कल्याण कार्यक्रम और सम्मेलनों के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंस द्वारा निर्देश दिए कि कलेक्टर्स इन कार्यक्रमों की पूरी तैयारी युद्ध स्तर पर पूर्ण कर किसानों को सूचना आज ही पहुंचाने का कार्य करें। राज्यस्तरीय महा सम्मेलन रायसेन में होगा जिसमें मुख्यमंत्री चौहान सम्मिलित होंगे। अन्य सम्मेलन जिला, विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने किसान सम्मेलन को सफल बनाने के संबंध में कलेक्टर्स को विस्तृत निर्देश दिए। किसान सम्मेलनों में खरीफ 2020 में हुए फसलों के नुकसान की राहत राशि किसानों के खातों में अंतरित की जाएगी । इससे करीब 35 लाख 50 हजार किसान लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान रायसेन में राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे जिसमें लगभग 20 हजार किसान सम्मिलित होंगे। अन्य जिलों में मंत्री इन कार्यक्रमों में किसानों को राहत राशि का वितरण करेंगे। इसी तरह के कार्यक्रम ब्लॉक और ग्रामीण स्तर पर भी होंगे। चार स्तरीय किसान सम्मेलन के लिए सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश मुख्यमंत्री चौहान द्वारा दिए गए।
प्रमुख निर्देश-
किसानों को राहत राशि के वितरण के साथ ही पशुपालकों, मत्स्य पालकों आदि को भी लाभ प्रदान किए जाएं।
किसान क्रेडिट कार्ड के वितरण का कार्य भी किया जाए।
कृषि,ग्रामीण विभाग, राजस्व विभाग विशेष रूप से कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दें।
अन्य विभाग भी सहयोग करें।
सीएम ने कहा कार्यक्रम में अधिकतम किसानों को जोड़ने का प्रयास करें।
सोशल डिस्टेंसिंग और सावधानी रखे।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य हो। सभी किसान मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। आवश्यक सावधानियों के साथ कार्यक्रम संपन्न किए जाएं।
प्रधानमन्त्री मोदी भी संबोधित करेंगे-
मुख्यमंत्री चौहान के संबोधन के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा किसानों को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान के संबोधन के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी दोपहर लगभग 2 बजे संबोधित करेंगे। नए कृषि कानूनों के लाभकारी प्रावधानों के संबंध में किसानों को विस्तार से इन सम्मेलनों में जानकारी प्रदान की जाएगी।
लोकार्पण, शिलान्यास भी होंगे-
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इनके साथ सम्मेलनों में कृषि विकास से संबंधित कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास भी होंगे। सम्मेलनों में किसान कानूनों के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी, प्रत्येक जिले में लगभग 1000 किसानों की भागीदारी रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रीय चैनल और वेबकास्ट से कार्यक्रम का लाइव प्रसारण रहेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सम्मेलनों की तैयारियों को आज ही अंतिम रूप दे दिया जाए।