शिवपुरी-
आयुष्मान भारत योजनांतर्गत गंभीर रोगों से ग्रसित रोगियों के उपचार के लिए 5 लाख तक का निशुल्क उपचार प्रदान करने वाला गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए भटकना नही पड़ेगा। जिले में अब नागरिकों के घर के नजदीक उचित मूल्य की दुकान पर ही गोल्डन कार्ड बनाने की सुविधा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम नागरिकों को मुहैया करा दी गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.एल.शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में जिले में आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य तेजी से प्रारंभ किया गया है। इसके लिए पात्र हितग्राहियों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए परेशान न होना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से समन्वय करते हुए खाद्यान पर्चीधारक पात्र हितग्राहियों को कंट्रोल की दुकान पर ही आयुष्मान भारत निरामयम योजना की जानकरी दी जाकर दस्तावेज उपलब्ध कराने पर तत्काल गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। इससे लोंगो को कार्ड बनवाने के लिए अधिक दूरी तक परेशान नही होना पडेगा और उनके गांव व घर के नजदीक ही गोल्डन कार्ड बन सकेगा। इस योजना के तहत हितग्राही 5 लाख रूपए तक का निशुल्क उपचार अपनी इच्छा के अनुसार सरकारी या अनुबंधित निजी चिकित्सालयों में करा सेकेंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि राशन की दुकान पर गोल्डन कार्य बनाने की जबावदेही म.प्र. आईटी विभाग से अनुबंधित सी.एस.सी. एवं व्ही.एल.ई. को दी गई है, जो मात्र 30 रूपए की राशि लेकर पात्र हितग्राही का गोल्डन कार्ड बनाएंगे। इसके अतिरिक्त निःशुल्क कार्ड बनाने की व्यवस्था जिला चिकित्सालय शिवपुरी के कमरा नम्बर 23 व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खनियाधांना, पिछोर एवं करैरा पर पूर्व की भांती जारी रहेगी। डॉ. ए.एल.शर्मा ने जिले वासियों से अपील की है कि कोई भी पात्र हितग्राही गोल्डन कार्ड बनवाने से बंचित न रहे। गोल्डन कार्ड परिवार के प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग बनेगा।
कलेक्टर के निरीक्षण से सेवा प्रदाताओं में बड़ा जोश-
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.एल.शर्मा ने बताया कि कलेक्टर शिवपुरी अक्षय कुमार सिंह ने स्वंय ग्रामीण क्षैत्रों कठमई, सेसई सडक, सतनवाडा एवं बदरवास विकास खण्ड के दूरदराज ग्राम का दौरा किया। वह गोल्डन कार्ड बनने की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने सेवा प्रदाता व्ही.एल.ई. व सी. एस.सी. के कर्मचारियों को भी निर्देश दिए हैं।