दबंग रिपोर्ट पोहरी- कुलदीप बैरागी
मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। दोनो ही प्रमुख दलों के उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए साम, दाम, दंड, भेद आदि सभी तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। जातियों के बड़े वोट बैंक को प्रभावित करने के लिए अब उनकी जातियों के बड़े नेताओं के दौरे एवं सभाएं करवाई जा रही हैं। हालांकि बड़े नेता कभी जातिवाद के आधार पर वोट देने की अपील नहीं करते, लेकिन उनकी सभाएं कराने का उद्देश्य यही है कि उनके समाज के वोटों को प्रभावित किया जा सके। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज पोहरी विधानसभा सभा में दो बड़े नेताओं का दौरा हुआ जिनमें राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलेट और भाजपा के गुना सांसद के पी सिंह यादव दोनों ने अपनी अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों के लिये सभा की लेकिन दोनों नेता के पी सिंह यादव यादव समाज सेऔर सचिन पायलेट गुर्जर समाज से आते हैं और इनकी सभाएं उन्हीं जगहों पर हुई जहां गुर्जर और यादव समाज के वोट अधिक मात्रा में निवास करते हैं सचिन पायलेट ने सतनवाड़ा और नरवर मैं सभा को सम्बोधित किया तो जहां गुर्जर समाज के काफी गांव लगे हुए हैं वहीं सांसद के पी यादव ने बेधारी अतबेई जाखनोद और पचीपुरा बैराड़ ककरई देवपुर भिडोली खरई डावर में नुक्कड़ सभा ली । ये वही गांव हैं जहां यादव समाज के ज्यादातर लोग निवास करते हैं जहां सभी जगह इनके समाज के लोगों द्वारा व अन्य समाज के लोगों ने भी जगह जगह स्वागत किया । इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पोहरी विधानसभा का उपचुनाव किस तरह जातिबाद में लीन है जहाँ विकास के मुद्दे तो लगभग गायब हो गए हैं ।