कांग्रेस की दूसरी सुची के साथ ही रोमांचक मोड़ लेता उपचुनाव, दांव पर लगा प्रत्याशीयों का राजनीतिक भविष्य

दबंग रिपोर्टः  उत्कर्ष बैरागी दबंग, कुलदीप बैरागी पोहरी-
मध्यप्रदेश में होने बाले उपचुनाव को लेकर दिन व दिन सियासत गर्माती जा रही है उपचुनाव में प्रत्याशीयों को लेकर आज कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची भी जारी कर दी है। जिसमें नौ नामों पर मौहर लगा दी गई है इसके अलावा विगत दिनों 15 नामों की पहली सूची भी कांग्रेस द्वारा जारी कर दी गई थी लेकिन अभी तक भाजपा द्वारा अपने प्रत्याशीयों की कोई अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थामने बाले विधायकों को ही भाजपा द्वारा अपना प्रत्याशी वनाया जाना लगभग तय माना जा रहा है और इसका संकेत खुद भाजपा अपने कार्यक्रमों में देती रही है लेकिन फिर भी अभी तक अधिकारिक तौर पर किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है।
लेकिन आज दोपहर जारी कांग्रेस के प्रत्याशीयों की दूसरी सूची ने उपचुनाव को जहां एक तरफ रोमांचक मोड़ पर ला दिया है तो वहीं दूसरी ओर आगामी विद्यानसभा चुनाव 2023 को लेकर भी राजनीतिक खैमों में आंकड़े बाजी का दौर शुरू हो गया है। जिसका कारण कांग्रेस के प्रत्याशी माने जा रहे हैं क्योंकि इस बार उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशीयों का चुनाव परम्परागत तरीके से इतर सर्वे के आधार पर किया है यहां बताया जा रहा है इस उपचुनाव को लेकर कांग्रेस कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहती है। और खासकर ग्वालियर चंबल संभाग में तो विल्कुल नहीं। इसलिये इस बार कांग्रेस ने जमीनी सर्वे को आधार वानाकर ही प्रात्याशीयों के नामों पर मौहर लगाई है जिनमें कई नये चहरे भी सामने आये हैं। 
दूसरी सूची में इन नामों पर लगी मोहर-
कांग्रेस द्वारा आज दोपहर जारी की गई प्रत्याशीयों की दूसरी सूची में विद्यानसभा क्षेत्र जौरा से पंकज उपाध्याय, सुमावली से अजव कुशवाह, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार, पोहरी से हरिवल्लभ शुक्ला, मुंगावली से कन्हैया राम लोधी, सुरखी से श्रीमति पारूल साहू, मांधाता से उत्तम राजनारायण सिंह, वदनावर से , अभिषेक सिंह टिंकू वना, सुवासरा से राकेश पाटीदार के नाम पर मौहर लगा दी है।
उपचुनाव के परिणामों पर आधारित प्रत्याशीयों का राजनीतिक भविष्य-
अगर राजनीतिज्ञों की मानें तो इस उपचुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे प्रत्याशीयों के लिये यह दौर बड़ी चुनौती भरा साबित हो सकता है। इस उपचुनाव के परिणामों पर ही इन प्रत्याशीयों का राजनीतिक भविष्य आधारित माना जा रहा है क्योंकि प्रदेश में होने जा रहे इस उपचुनाव में दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस की साख दांव पर लगी हुई है। ऐसे में बरिष्ठ राजनीतिज्ञों का मानना है कि यह उपचुनाव प्रत्याशीयों के लिये बड़ा जोखिम भरा साबित हो सकता है  यहां प्रत्याशी के सामने एक ओर कुंआ तो दूसरी ओर खाई है क्योंकि इस उपचुनाव में विजयी प्रत्याशी को ही आगामी विद्यानसभा चुनाव 2023 में  मौका मिल सकता है तो वहीं पराजित प्रत्याशी का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगने की पूरी आशंका भी जताई जा रही है।
Dabang News

दबंग न्यूज एक ऐसा जनमंच है जहां हम सभी खबरों एवं जनसमस्याओं को पूर्णतः निष्पक्ष और बेवाक ढंग से प्रकाशित करते हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post