
कोरोना काल में जिस समय युवाओं को सबसे ज्यादा रोजगार की ज़रुरत है। उसी समय जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र की स्वरोजगार योजनाओं के आवेदन का पोर्टल बंद है। कियोस्क सेंटर से सीधे बैंकों को जोड़ने के काम के चलते पिछले साढे चार महीने से यह पोर्टल बंद पड़ा है। लेकिन यह काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। स्वरोजगार योजनाओं के लोन देने की प्रक्रिया को तेज और आसान करने के लिए यह काम किया जाना था। लेकिन चार महीने से पोर्टल ही चालू नहीं हो पाया है।
यहां बता दें कि लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से जिले में करीब एक लाख 40 हजार से ज्यादा लोग आए थे, जिसमें से करीब 30 हजार लोग ऐसे थे जो कि दूसरे राज्यों से कोरोना की वजह से नौकरी छोड़कर आए थे। ऐसे में कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवा स्वरोजगार योजना का लोन मिलने की आस लगाए बैठे हुए हैं। स्थिति यह है कि वे हर रोज आवेदन के लिए एमपी ऑनलाइन और कियोस्क सेंटर के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उन्हें हर बार पोर्टल ही बंद मिल रहा है। इस कारण स्वरोजगार से जुड़ने की पहली ही सीढ़ी बेरोजगार युवा नहीं चढ़ पा रहे हैं। वहीं जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंध अनूप चौबे के अनुसार अभी सिर्फ प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के आवेदन जरूर ऑनलाइन पोर्टल पर जमा हो रहे हैं। क्योंकि इस का लक्ष्य अभी आ चुका है, जिले में इस योजना के तहत 78 का लक्ष्य मिला है, जिसमें आधे औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर और आधे मुरैना जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र से होंगे।
वहीं बैंकों से कियोस्क सेंटरों को सीधे जोड़ने के लिए पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है। अपडेट होने के बाद कियोस्क सेंटर पर आवेदन करने के बाद आवेदक को जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र नहीं जाना होगा। यह आवेदन केन्द्र तक नहीं पहुंचेगा। यह सीधे बैंक को पहुंचेगा, बैंक से ही सीधे लोन मिलेगा। इसके लिए पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है। वहीं 25 मार्च से लॉकडाउन लागू हो गया था। लॉकडाउन के ठीक बाद 1 अप्रैल से ही स्वरोजगार योजनाओं के आवेदन का पोर्टल बंद कर दिया। उस समय से ही यह पोर्टल बंद है। चार महीने का लंबा समय बीत चुका है, लेकिन पोर्टल चालू नहीं हुआ है।
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