
कभी इलाज करने पहुंचे डॉक्टरों पर हमला तो कभी लॉकडाउन का पालन कराने वाली पुलिस पर पथराव, कहीं अस्पताल से भाग रहे कोरोना मरीज तो कभी भर्ती होने से ही इनकार। अब कोरोना को लेकर शरीर में बनी प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने के लिए शुरू हुए सीरो सर्वे में टीमों को भारी मशक्कत करना पड़ रही है। सर्वे टीम पहुंची तो कई लोगों ने दरवाजे तक नहीं खोले। यह बोलकर लौटा दिया कि घर में सब स्वस्थ हैं, जांच नहीं करवाना। फिर सूची में जो पते दिए थे, वहां अमला पहुंचा तो मकान नंबर ही नहीं मिले।
परदेशीपुरा: चार घरों में लौटाया, दरवाजा खोलने को तैयार नहीं
परदेशीपुरा में मकान नंबर ढूंढते टीम चार घरों में गई तो लोगों ने जांच करवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद कुलकर्णी का भट्टा में भी ऐसी स्थिति बनी। टीम शीलनाथ कैंप पहुंची। वहां एक घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन महिला ने दरवाजा नहीं खोला। इसी क्षेत्र के पीपल की चाल के एक घर में पहुंचे तो महिला बाहर आई। पांच से दस मिनट उसने सारी बात समझी, फिर मना कर दिया। राजमोहल्ला में टीम ने 10 घरों में दस्तक दी, नौ ने मना कर दिया।
रेवेन्यू इंस्पेक्टर की मदद ली, तब कहीं मिल सके 900 सैंपल
बताते हैं कि मंगलवार और बुधवार सुबह आई परेशानी के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने प्रशासन से मदद मांगी। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को रेवेन्यू इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाने को कहा। इसके बाद बुधवार शाम तक 900 के करीब सैंपल इकट्ठे हो गए। एक टीम के जिम्मे 100 घर हैं।
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