दबंग रिपोर्ट शिवपुरी-
जिले की कोलारस जनपद पंचायत के भ्रष्ट कर्मचारियों की निगहबानी में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती ग्राम पंचायत रिजौदा में शासन की ग्राम बिकास तथा जनकल्याण की महत्वकांक्षी योजनाओं को जमकर पतीला लगाये जाने के कार्य को बड़ी सफाई से अंजाम दिया जा रहा है जिसके चर्चे समाचार माध्यमों से सम्पूर्ण जिले में फैले हुए हैं फिर भी उक्त पंचायत में धांधली का यह सिलसिला पिछले कई बर्षों से बदस्तूर जारी है लेकिन आज दिनांक तक शासन द्वारा इसके बिरुद्ध जांच कराए जाने की कार्यवाही नहीं की गई जो कि प्रमाण है इस बात का कि इस धांधली का कुछ हिस्सा उच्च स्तर पर भी निर्धारित है ।
सूत्रों के मुताबिक बर्तमान में उक्त ग्राम पंचायत सचिव की ग्रामीणों द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर की गई लगातार एक दर्जन से अधिक शिकायतें तथा बिगत कुछ दिनों पूर्व की गई स्थानांतरण प्रक्रिया सूची में सबसे ऊपर दर्ज होने वाले सचिव के नाम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त ग्राम पंचायत में क्या स्थित होगी , यहां बह बात और है कि स्थानीय नेताओं से लेकर जिले तक की नेतानगरी की चरण बंदना के उपरांत इसका स्थान्तरण नहीं हो सका ।लेकिन अपने लंबे समय के कार्यकाल में एक ही पंचायत में पदस्थ रहकर किये गए भ्रष्टाचार को दबाने के लिए यह सब भी काफी नहीं होता, इसके अलावा उक्त भृष्टाचार में जनपद पंचायत के अधिकारी,कर्मचारियों की मिलीभगत होने के चलते पूरा बिभाग उक्त पंचायत सचिव को संरक्षण प्रदान करने में लगा हुआ दिखाई दे रहा है।
उक्त समाचार के माध्यम से ग्रामीणों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री से बिशेष अपील की है कि ग्राम पंचायत रिजौदा में करीब दो दशक के कार्यकाल में सचिव द्वारा किये गए सभी कार्यों की निष्पक्ष तथा उच्च स्तरीय जांच कराई जाए ,जिससे उक्त पंचायत में बड़े पैमाने पर किया गया भ्रष्टाचार उजागर हो सके ।