दबंग रिपोर्ट कोलारस-
कोलारस अंचल में संचालित निजी स्कूलों के कारनामों से प्रशासन के अलाबा आबाम तो भली-भांति परिचित है केबल प्रशासन ही ऐसा है जिसे आय दिन उक्त मामलों को समाचार पत्रों के माध्यम से अबगत कराये जाने के उपरान्त भी अभी तक इसकी नजर में मामला नहीं आया।
जी हां कोलारस अंचल में संचालित निजी स्कूल संचालकों द्वारा शिक्षा विभाग के सभी नियमों को खूंटी पर टांग बेखौफ अपनी शिक्षा की दुकाने संचालित कर रखीं हैं जिनमें बच्चों की सुरक्षा से जुड़े कई पहलूओं पर इनके द्वारा कोई विचार नहीं किया जा रहा फलस्वरूप आज निजी स्कूलों में नौनिहालों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है लेकिन नौनिहालों की जिन्दगी को खतरे में डालने ा कार्य इन निजी स्कूल संचालकों द्वारा बखूबी ठंग से किया जा रहा है ।
मामला कोलारस अंचल में संचालित निजी स्कूलों में किराये से लगे तीन पहिया बाहनों का है जिनमें क्षमता से अधिक बच्चों को लाना ले जाना तथा योग्य,अनुभवी चालक का न होना इस बात को साबित करता है कि आज प्रशासन के भृष्ट रवैये के चलते आपके नौनिहाल मौत की सबारी कर रहे हैं।
ऐसा किसी ग्रामीण अंचल में नहीं बल्कि कोलारस मुख्यालय पर हो रहा है जहां अनुविभागीय अधिकारी सहित पूरा प्रशासन मौजूद है साथ ही यहां गौरतलब होगा कि कोलारस मुख्यालय पर पदस्थ अधिकांश अधिकारी-कर्मचरी मुख्यालय पर निवास न करते हुऐ प्रतिदिन हाइवे पर सफर कर आवागमन करते हैं लेकिन फिर भी अंचंभित करने बाली बात तो यह है कि इन अधिकारीयों को मौत की सबारी करते ये नौनिहाल दिखाई ही नहीं देते या फिर यूं कहें कि देखकर भी अंदेखा कर दिया जाता है ।इससे यह स्पष्ठ होता है कि निजी स्कूल संचालकों के इन बुलंद हौसलों का मुख्य कारण प्रशासन की अंदेखी है क्या प्रशासन किसी बड़े हादसेका इन्तजार कर रहा है।
इनका कहना है -
मामला आपके द्वारा संज्ञान संज्ञान में लाया गया है हम मामले की जांच करायेंगे तथा दोषी पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
आशीष तिवारी-एसडीएम कोलारस