श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा से 2बार बिधायक तथा वन विकास निगम उपाध्यक्ष (दर्जा राज्य मंत्री) रहे बाबूलाल मेवरा अब बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं ।
मेवरा का सम्पूर्ण राजनीतिक जीवन भाजपा में ब्यतीत हुआ है इन्होंने अपना संपूर्ण राजनीतिक जीवन भाजपा पार्टी की सेवा में दिया और विजयपुर विधानसभा में पार्टी को कई बार जीत का जश्न मनाने का मौका भी दिया है लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव 2018 में पार्टी द्वारा टिकिट न मिलने से आहत बाबूलाल मेवरा ने अब बसपा का दामन थाम लिया है और बे बसपा से चुनाव मैदान में उतर गए हैं ।
यहां बता दें कि बाबूलाल मेवरा अपने क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता माने जाते हैं जिन्होंने अपनी युवा अवस्था से ही राजनीति का पथ पकड़ा, बाबूलाल मेवरा श्योपुर जिले के एक छोटे से ग्राम मेवरा के रहने वाले है जिन्होंने अपने ग्राम व क्षेत्र का विकास करने के साथ साथ ही अपने ग्राम मेवरा को अपने नाम के साथ जोड़ा और बाबूलाल मेवरा कहे जाने लगे फिर विजयपुर विधानसभा से 2 बार बिधायक रहने के बाद पार्टी द्वारा इन्हें राज्य मंत्री के दर्जे से भी नवाजा गया ,इन पदों पर रहते हुए बाबूलाल ने अपने क्षेत्र की खूब सेवा की ,लेकिन इस बार पार्टी द्वारा विजयपुर विधानसभा से बार बार हरे हुए नेता को एक बार फिर अपना प्रत्याशी चुना जबकि यहां से बाबूलाल मेवरा भी टिकिट की मांग कर रहे थे और सूत्र बताते हैं कि पार्टी आलाकमान द्वारा मेवरा को टिकिट दिए जाने की बात कही गयी थी जिसके बाद मेवरा अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गए थे लेकिन जब पार्टी प्रत्याशीयों की सूची सामने आई तो उसमें विजयपुर से सीताराम आदिवासी का नाम सामने आने के बाद मेवरा का धैर्य टूट गया और इन्होंने बसपा का दामन थाम लिया ,बसपा ने भी बाबूलाल के राजनीतिक जीवन एबं इनकी कर्तव्य निष्ठा की कदर करते हुए मेवरा को विजयपुर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है ।
लेकिन इस बीच हाथी पर सवार बाबूलाल मेवरा विजयपुर विधानसभा में भाजपा,कांग्रेस का गणित बिगाड़ सकते हैं, साथ ही भाजपा को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है ।