दबंग रिपोर्ट कोलारस-
बिधानसभा चुनाव 2018 के लिए जहां मध्य प्रदेश में भाजपा को घनघोर सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है तो इसके ठीक विपरीत हाल चुनाव के लिए मशहूर कोलारस विधानसभा का भी है ।
जहां संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को विधायक प्रत्याशी का भारी विरोध झेलना पड़ रहा है जिसके चलते इस बार क्षेत्र की चुनावी लहर कोलारस में कांग्रेस की नैया को डुबोती की नजर आ रही है जिससे पूरा कांग्रेस खेमा भी भलीभांति परिचत है ।
अपनी डूबती नैया को देख कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा अब षडयंत्र की राजनीति का रास्ता अपनाया जा रहा है यहां बता दें कि विगत 6 माह पूर्व हुए उपचुनाव में जिन हालातों के बाद कांग्रेस विजयी हुई थी उसके बाद से कोलारस विधानसभा कांग्रेस का गड़ मानी जा रही थी लेकिन छ: माही विधायक की निष्क्रियता सामने आते ही माहौल ठीक विपरीत होता चला गया और आज इसका खामियाजा भी पार्टी को भुगतना पड़ रहा है जिसके चलते अब कांग्रेस प्रत्याशी षडयंत्र की राजनीति पर उतारू हो गए हैं जिसका खुलासा तब हुआ जब विगत दिनों जिला मुख्यालय पर कोलारस कांग्रेस प्रत्याशी और विपक्षी दल भाजपा के कद्दावर नेता के बीच शहर के एक होटल में देर रात्रि लगभग 1:00 बजे बंद कमरे में रणनीति तैयार की जा रही थी जिसे शहर के एक मीडिया समूह द्वारा मौके पर पहुंचकर उजागर किया गया ।
खबर है कि मीडिया के पहुंचते ही भाजपा नेता वहां से रफूचक्कर हो गए लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को मीडिया कर्मियों द्वारा वहीं घेर लिया गया और इस गुप्त मीटिंग के संबंध में बयान भी लिए गए जिसका वीडियो वायरल होने की खबरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही हैं।
चुनाव समय में कांग्रेस प्रत्याशी का अपने विपक्षी नेता से देर रात्रि मिलना या गुप्त बैठक करना किस बात का संदेश है यह तो आप भली-भांति समझ ही गए होंगे ,लेकिन इस सब के बीच सबसे बड़ा सवाल तो यह निकल कर आ रहा है
कि क्या कांग्रेस प्रत्याशी को खुद की नाकामी पर भरोसा हो गया है ,क्या वह खुद मानते हैं कि उन्होंने अपने कार्यकाल के 6 माह व्यर्थ गवाए हैं ,इन सवालों का जवाब देर रात्रि हुई इस षड्यंत्रकारी बैठक से स्वत: ही मिल जाता है।
क्षेत्र में अपनी नाकामी को छुपाने के प्रयास में कांग्रेस प्रत्याशी षडयंत्र की राजनीति पर उतारू हो गए हैं।