कोलारस की राजनीति की बात कितनी निराली है यह आप सबको भली भांति ज्ञात है लेकिन इस बार चुनाव मैदान में नेताओं के अलावा एक सेबक भी उतरा है जो कि पिछले कई सालों से क्षेत्र में शिक्षा का प्रसार कर रहा है जी हां आज हम बात कर रहे हैं अशोक शर्मा गुरुजी की जो बसपा से प्रत्याशी हैं,जिन्होंने अपना जीवन कोलारस बिधानसभा के नॉनिहालों को शिक्षित करने में ब्यतीत किया है और आज बे बसपा से चुनाव लड़ बिधायक बनने के लिए प्रयासरत हैं ।
कोलारस विधानसभा अशोक शर्मा से भी भली भांति परिचित है और फिर दूसरी ओर बर्षों से सत्ता में रहे नेता ब्यापारियों को भी मतदाता भली भांति जान चुका है कोलारस विधानसभा में इस बार माहौल कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है जहां इस बार चुनाव मैदान में उतरे तीनों प्रमुख दलों भाजपा, कांग्रेस और बसपा अपने अपने प्रत्याशियों के साथ अपना जौहर आजमाने में लगे हुए हैं लेकिन इस बीच अहम भूमिका निभाने वाला मतदाता किस ओर रुख करेगा यह कह पाना अभी संभव नहीं है लेकिन बर्तमान में रोज बनते बिगड़ते समीकरणों के मुताबिक भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जहां ग्रामीण मतदाता खुलकर सामने आने लगा है तो बहीं कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव का विरोध भी मतदाताओं में खूब देखा जा रहा है इसी बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी अशोक शर्मा गुरुजी को भी माना जा रहा है जिन्हें इन दिनों सर्वजातीय समर्थन भी खूब मिल रहा है दूसरा पहलू जो यहां सामने आ रहा है वह युवा मत का है जिसका झुकाव भी अशोक शर्मा की ओर देखा जा रहा है ऐसे में अभी बर्तमान समीकरणों का सर्वाधिक प्रतिशत शर्मा के हित में दिखाई दे रहा है जिसे देखते हुए यहां कहा जा रहा है कि क्या इस बार मतदाता गुरुजी के साथ जाएगा ?