दबंग रिपोर्ट कोलारस- कोलारस विधानसभा जो कि विगत समय में हुए चुनावों के चलते संपूर्ण मध्यप्रदेश में विख्यात है तो वहीं कोलारस विधानसभा में भाजपा के किस्से कुछ कम मशहूर नहीं है ।ऐसे में आप आम चुनाव अपने मुहाने पर खड़ा है महज आज से सातवें दिन प्रत्याशियों की किस्मत पिटारों में कैद हो जाएगी ,लेकिन इससे पूर्व की जाने वाली कड़ी मेहनत भी पहाड़ खोदने जैसी है । खासकर भाजपा के लिए यहां विजयश्री प्राप्त करना समुद्र लांघने जैसा प्रतीत हो रहा है यहाँ गौरतलब होगा कि बिगत उपचुनाव में भाजपा द्वारा एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद भी विजयश्री मुट्ठी में से रेत की तरह फसल गई थी और ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार देखने को मिलता रहा है जब जब कोलारस विधानसभा में किसी अनचाहे नेता को पार्टी द्वारा चुनाव मैदान में उतारा गया है तब तब पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है जिसका मुख्य कारण भी खुद पार्टी ही रही है और ठीक वैसा ही इस बार भी सामने आ रहा है कि पार्टी द्वारा बर्षों से समर्पित नेता, कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर एक ऐसे नेता को टिकट दिया गया है जो कि महज कुछ ही वर्षों पूर्व किसी अन्य दल से बगावत कर भाजपा में शामिल हुआ है ऐसे में पार्टी में बर्षों से सक्रिय कार्यकर्ता ,नेताओं में आलाकमान के प्रति खासी नाराजगी देखने को मिल रही है जिसे दूर करने के लिए पार्टी आलाकमान भी नाना प्रकार से प्रयासरत हैं लेकिन कोलारस का इतिहास इस बात की गवाही देता है कि यहां की राजनीति मात्र चाहत से चलती है और फिर दूसरी ओर आवाम का निर्णय चुनाव प्रक्रिया में सर्वोपरि है । तो देखना यह है कि क्या स्वयं को ठगा सा महसूस करने वाले भाजपा कार्यकर्ता इस बार क्या नया गुल खिलाने वाले हैं ? क्या इस बार चुनाव में भाजपा को मिलेगी विजयश्री या फिर कार्यकर्ताओं पर पुनः फोड़ा जायेगा हार का ठीकरा ? जिसका निर्णय तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही सामने आ सकेगा। |