दबंग रिपोर्ट कोलारस- कोलारस विधानसभा चुनाव में अब एक रोमांचक मोड़ आता नजर आ रहा है जहां अब स्पाक्स पार्टी से बिनोद रघुवंशी को टिकिट दिए जाने की खबर ने पूरे राजनीतिक कुनवे में हल्ला मचा कर रख दिया है , चुनाव मैदान में रघुवंशी की दावेदारी से जहां दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है तो बहीं बसपा भी इससे अछूती नहीं है । यहां बता दें कि आरक्षण की आंधी से उपजा स्पाक्स संगठन अब राजनीतिक पार्टी बन गया है जो कि इस विधानसभा चुनाव 2018 में म.प्र.की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की हुंकार भर चुका है और फिर अभी बिगत समय में sc/st एक्ट तथा आरक्षण के मुद्दे ने भी स्पाक्स को जमकर हाई लाइट किया है तो बहीं युबाओं का रुझान भी इस ओर बड़ा है इसके अलावा कोलारस विधानसभा में कर्मचारी /पेंशनर बर्ग को ही अगर देखें तो लगभग 12000 का बोट बैंक सामने आता है जो कि स्पाक्स के सक्रिय सदस्यों का है । और फिर यहां बिनोद रघुवंशी को टिकिट मिलने से भाजपा,कांग्रेस सहित बसपा का भी गड़ित बिगड़ सकता है । विनोद रघुवंशी कोलारस विधानसभा के ग्राम खरेह के निबासी हैं जो कि पेशे से एक शिक्षक भी हैं कोलारस सहित खरेह तथा रन्नौद में भी इनके स्कूल संचालित हैं और दूसरी ओर विनोद के पिता एक जाने माने बैध हैं जिनके पास सम्पूर्ण विधानसभा ही नहीं बल्कि दूर दूर से लोग इलाज कराने आते हैं इस सब के अलावा बिनोद रघुवंशी एक सख्त एबं सरल स्वभाव के धनी हैं । भाजपा जिलाध्यक्ष की पोलिंग पर खतरा- ग्राम खरेह जो कि भाजपा जिलाध्यक्ष शुशील रघुवंशी का ग्रह ग्राम है जहां लगभग 1200 मतदाता दर्ज हैं और भाजपा जिलाध्यक्ष का प्रभाव भी ग्राम में अच्छा है लेकिन यहां विनोद रघुवंशी को टिकिट मिलने से उक्त ग्राम का मतदाता बंट जाने के पूरे आसार हैं ।जिससे कहीं न कहीं भाजपा के बोट बैंक पर सीधा अटैक देखने को मिल सकता है । कांग्रेस को भी उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान- स्पाक्स पार्टी में कोलारस विधानसभा से कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शामिल होना और दूसरा कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव का भारी बिरोध जिसका लाभ कहीं न कहीं स्पाक्स को मिलना तय है जिसके चलते विनोद रघुवंशी के चुनाव मैदान में आने से कांग्रेस को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है ,इसका सीधा सा कारण यह है कि विनोद रघुवंशी क्षेत्र में एक साफ और नया चेहरा हैं दूसरा सभी राजनीतिक दलों के लोगों में अपना एक बिशेष प्रभाव भी रखते हैं , जिसे देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि कांग्रेस भी इस प्रभाव का शिकार हो सकती है । गुरुजी से हो सकता है आमने सामने का मुकाबला - बसपा ने कोलारस विधानसभा से अशोक शर्मा को उम्मीदवार घोषित कर चुनाव मैदान में उतारा है अशोक शर्मा भी पेशे से एक शिक्षक और कई स्कूलों के संचालक भी हैं सो बिधानसभा क्षेत्र में इनकी भी अच्छी खासी पकड़ है ,तो बहीं बिनोद रघुवंशी भी पेशे से एक शिक्षक और कई स्कूलों के संचालक हैं इनकी भी क्षेत्र में पकड़ कुछ कम नहीं है दोनों की समान स्थिति के आंकलन के आधार पर माना जा रहा है कि अशोक शर्मा और विनोद रघुवंशी के बीच आमने सामने का मुकाबला होना तय है । जातिगत समीकरण भी बिगाड़ सकते हैं तीनो दलों का गणित - यहां अगर बात करें जातिगत समीकरणों की तो विधानसभा में रघुवंशी वोट बैंक भी एक अपना बिशेष प्रभाव रखता है और ऐसे में स्पाक्स से विनोद रघुवंशी की उम्मीदवारी इस पर प्रभावशील साबित हो सकती है । कुल मिलाकर सभी प्रकार से यहां रघुवंशी की उम्मीदवारी चुनाव गणित को प्रभावित कर सकती है जिससे भाजपा,कांग्रेस सहित बसपा पर भी खासा असर देखने को मिल सकता है । |
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